हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,हौज़ा ए इल्मिया नजफ अशरफ के प्रसिद्द शिया धर्मगुरु आयतुल्लाहिल उज़मा अलह़ाज ह़ाफ़िज़ बशीर हुसैन नजफ़ी से पूछे गए सवाल का जवाब दिया हैं जो लोग शरई अहकाम मे दिल चस्पी रखते है हम उनके लिए पुछे गए सवाल और उसके जवाब का पाठ बयान कर रहे हैं।
सवाल:अगर कोई शख्स ज़वाल के बाद सफर शुरू करें तो उस रोजें का क्या हुक्म है?
जवाब : बिस्मेही सुबह़ानहु ,इस हालत में रोज़ा सही हैं और इफ्तार जायज़ नहीं हैं, वल्लाहोआलिम।